बहुआयामी दृष्टिकोण रखते हुए हर परिवर्तन के लिए तैयार रहें- जैन
लाडनूँ, 11 मार्च 2022। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) की दोनों इकाइयों के संयुक्त तत्वाधान में शुक्रवार को तृतीय एक दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन किया गया। शिविर के उद्घाटन सत्र में दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक तथा आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आनंद प्रकाश त्रिपाठी ने स्वयंसेवकों को अपनी क्षमता पहचानने और अपने सामर्थ्य में अभिवृद्धि करने का संदेश दिया और कहा कि एक श्रेष्ठ नागरिक के रूप में हमारा दायित्व है, कि हम कमियों को दूर करते हुए श्रेष्ठता की ओर अग्रसर होकर अपने नैतिक दायित्वों का निर्वहन करें। बौद्धिक सत्र के दौरान वित्ताधिकारी आरके जैन ने मुख्य वक्ता के रूप में कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को अपने लक्ष्य का निर्धारण करना चाहिए और उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए नियमित रूप से प्रयासरत रहना चाहिए। व्यक्ति को अपना बहुआयामी दृष्टिकोण रखते हुए सामाजिक परिवर्तन, जीवन के बदलते स्वरूप तथा आवश्यकताओं के अनुरूप हमेशा अपने आपको तैयार रखना चाहिए। इस अवसर पर स्वयंसेविकाओं के विभिन्न प्रश्नों का जवाब देकर उनकी जिज्ञासाओं को शांत भी किया गया। तृतीय सत्र में स्वयंसेविकाओं ने आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में संचालित बुक-बैंक के संधारित फटी-पुरानी पुस्तकों को सुधारने का कार्य किया और उन्हें वापस उपयोगी बनाया। कार्यक्रम का संयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वितीय प्रभारी डॉ. बलबीर सिंह ने किया और अंत में इकाई प्रथम प्रभारी डॉ. प्रगति भटनागर ने आभार ज्ञापित किया ।