जन्माष्टमी पर्व पर कार्यक्रम का आयोजन, छात्राध्यापिकओं ने गीत व नृत्य प्रस्तुत किए
कृष्ण का व्यक्तित्व बहुरंगी, सर्वप्रिय व प्रेरक था- डॉ. राय
लाडनूँ, 18 अगस्त 2022। कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर जैन विश्वभारती संस्थान विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि श्री कृष्ण मानवी शक्ति के महामानव थे, उनके विविधताओं से भरे जीवन से सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व मानव जाति के कल्याण के लिए अनुकरणीय परम्पराओं का शुभारम्भ है। जन्माष्टमी पर्व प्रभारी डॉ. सरोज राय ने बताया कि कृष्ण का जन्म मानव मूल्यों के पुनर्स्थापना के लिए हुआ था। श्री कृष्ण का जन्मोत्सव अनुकरणीय ही नहीं, बल्कि चिंतनीय भी है। श्री कृष्ण का व्यक्तित्त्व बहुरंगी था, उनमें सर्वप्रियता भी है, सखाभाव भी है तथा वर्तमान में प्रत्येक नागरिक को उनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता है, क्योंकि उनका जीवन राष्ट्रीयता का प्रेरक उदाहरण है। कार्यक्रम में छात्राध्यापिकाओं ने भी अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां दी। मानसी जोशी व पूर्वी तंवर ने युगल नृत्य प्रस्तुत किया। साक्षी शर्मा, शुभा भोजक, .हर्षिता पारीक व अभिलाषा स्वामी ने भजन, कविता प्रस्तुत किया। जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में आयोजित इस कार्यक्रम का प्रारम्भ कृष्ण आरती और माल्यार्पण से किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सरोज राय ने किया। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के समस्त संकाय सदस्य डॉ. मनीष भटनागर, डॉ. भाबाग्रही प्रधान, डॉ. विष्णु कुमार. डॉ. गिरधारीलाल शर्मा, डॉ. अमिता जैन, डॉ. आभा सिंह, अजीत पाठक, प्रमोद ओला आदि एवं छात्राध्यापिकाएं उपस्थित रहीं।
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