ध्येय पथ पर निरन्तर गतिमान रहें - कुलपति प्रो. दुगड़

लाडनूँ, 03 जनवरी, 2018। वर्ष 2018 के शुभागमन पर जैन विश्वभारती संस्थान के कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने शैक्षणिक खण्ड के सेमिनार हाॅल में संस्थान के सभी शिक्षकों, अधिकारियों एवं सदस्यों को नववर्ष की शुभाकामनाओं के साथ संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी संस्थान की श्रेष्ठता एवं सर्वोच्चता तभी प्रतिष्ठापित हो सकती है, जब वहाँ के छोटे से बड़े प्रत्येक सदस्य की सक्रिय भागीदारी हो। उन्होंने गत वर्ष किये गए सभी सदस्यों के योगदान की सराहना करते हुए भविष्य में सभी के प्रयास से संस्थान को नित नई ऊँचाइयाँ मिले, ऐसा विश्वास व्यक्त किया। वर्ष 2018 में प्रस्तावित कार्ययोजनाओं का जिक्र करते हुए प्रो. दूगड़ ने योगा नेचुरोपैथी हाॅस्पिटल एवं काॅलेज खोलने की संभावना व्यक्त की तथा सभी से अपेक्षा की कि सभी अपने ध्येय-पथ पर निरन्तर गतिमान रहें। इस अवसर पर दूरस्थ शिक्षा निदेशक प्रो. आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने संस्थान के विकास में एकजुट होकर लक्ष्य को अर्जित करने पर विशेष बल दिया। कुलसचिव विनोद कुमार कक्कड़ ने नये वर्ष में आत्मविश्वास से आपूरित होकर सभी को कार्य करने के लिए प्रेरित किया। समणी नियोजिका प्रो. ऋजुप्रज्ञा ने कहा कि संस्थान के सदस्यों में विश्वास कूट-कूटकर भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि सभी सदस्य संस्थान के प्रति समर्पित हैं और संस्थान के विकास में संलिप्त हैं। यह भाव नववर्ष में और विकसित होना चाहिए।

Read 3374 times

Latest from