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जैन विश्वभारती संस्थान में प्रसार भाषणमाला में पाठ योजना में सुधार के लिये सुझाव

लाडनूँ, 13 फरवरी 2020। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) के शिक्षा विभाग के अन्तर्गत संचालित प्रसार भाषणमाला में गुरूवार को प्रो. शिरीष वालिया ने अपना भाषण प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम में प्रो. वालिया ने कहा कि पाठ योजना तैयार करने से पहले अपने विषय के अध्यापक से राय लें। इसमें कथन छोटा होना चाहिये तथा सार प्रश्न ही पूछे जाने चाहिये। विषय के आधार पर ही शिक्षक सहायक सामग्री का प्रयोग करें तथा शिक्षण बिन्दुओं के आधार करवाया जावे। शिक्षण सहायक सामग्री कक्षा स्तर के अनुरूप हों और वह ठीक प्रकार से दिखाई दे। बीएड के वार्षिक पाठ योजना तथा प्रशिक्षण काल में श्यामपट्ट कार्य महत्वपूर्ण है। शिक्षण सहायक सामग्री का प्रयोग उचित समय पर करना ही प्रभावशाली है। पाठ योजना डायरी साफ व स्वच्छता से तैयार की जानी चाहिये। प्रो. शिरीष वालिया ने रोचक उदाहरणों के माध्यम से जीवन के व्यावहारिक पक्षों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। शिक्षा विभाग के समस्त संकाय सदस्य उपस्थित थे। अंत में डाॅ. मनीष भटनागर ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. सरोज राय ने किया।

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