जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में आचार्य महाप्रज्ञ जन्म शताब्दी वर्ष के समापन पर कार्यक्रम का आयोजन
महाप्रज्ञ ने अहिंसा प्रशिक्षण में दिया रोजगार प्रशिक्षण को महत्व- प्रो. दूगड़
लाडनूँ, 19 जून 2020। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में आचार्य महाप्रज्ञ जन्म शताब्दी वर्ष के समापन समारोह पर शुक्रवार को कांफ्रेंस हाॅल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सोशल डिस्टेंस एवं लाॅक डाउन के अन्य नियमों का पालन करते हुये आयोजित किये गये इस कार्यक्रम में कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ ने समाज और राष्ट्र के लिये जो किया, वह अद्वितीय है। उनमें प्राणी मात्र के प्रति करूणा के भाव थे, उनके पास कोई व्यक्ति कष्ट या तंगी की हालत में आ जाता था, तो वे उसके कष्टों के निवारण के लिये पूरा प्रयास करते थे। वे मानवता के लिये तत्पर थे तो देश के लिये भी उनकी सेवा अतुलनीय थी। उनके अहिंसा प्रशिक्षण एवं अहिंसा समवाय के अन्तर्गत रोजगार के लिये प्रशिक्षण के अवसर प्रदान किये गये और बड़ी संख्या में लोगों ने इसका लाभ उठाया। उनका मानाना था कि जब तक व्यक्ति का पेट नहीं भर जाता, तब तक अहिंसा की स्थापना नहीं हो सकती है। उनका सापेक्ष अर्थशास्त्र भी इसी की पुष्टि करता है। उन्होंने परोक्षानुभति के बजाये प्रत्यक्षानुभूति पर जोर दिया। उनके प्रेक्षाध्यान के सूत्र आत्म दीपोभव से व्यक्ति को अपने भीतर की शक्तियों का दर्शन का अवसर मिला और उसका उपयोग करने का अवसर भी मिला। उन्होंने अनेकांत के सिद्धांत को आत्मसात किया था। अनेकांत के दर्शन उनके जीवन को देखने पर साक्षात मिलते हैं।
प्रधानमंत्री ने भी ऑनलाईन कार्यक्रम में लिया भाग
इस अवसर पर जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा के तत्वावधान में शताब्दी समारोह के समापन के अवसर पर आयोजित ऑनलाईन कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी देखा गया। इस ऑनलाईन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत एवं नेपाल के बौद्ध संत आनी चोईंग ड्रोलमा ने महाप्रज्ञ के जीवन, कर्तृत्व और उनके अवदानों पर अपने विचार व्यक्त किये और आचार्य महाप्रज्ञ के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। गायक कलाकार अनूप जलोटा, दलेर मेहंदी व कविता कृष्णमूर्ति ने महाप्रज्ञ को समर्पित अपने गीत-रचनायें प्रस्तुत किये। सभी ने इस आनलाईन कार्यक्रम में दूरस्थ सहभागिता निभाई और सम्भाषण किया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द एवं उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू के संदेशों का प्रस्तुतिकरण किया गया। इस कार्यक्रम के पश्चात यहां संस्थान के सभी उपस्थित अधिकारियों ने तीन मिनट का मंत्र-जाप भी किया। कार्यक्रम में कुलसचिव रमेश कुमार मेहता, प्रो. अनिल धर, डाॅ. युवराज सिंह खांगारोत, डाॅ. प्रद्युम्नसिंह शेखावत, डाॅ. योगेश कुमार जैन, डाॅ. बिजेन्द्र प्रधान, डाॅ. भाबाग्रही प्रधान, डाॅ. सत्यनारायण भारद्वाज, प्रगति चैरड़िया, कमल कुमार मोदी, दीपाराम खोजा, जगदीश यायावर, मोहन सियोल, राजेन्द्र बागड़ी आदि उपस्थित रहे।
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