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जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में रैगिंग अपराध निषेध सेमीनार का आयोजन

लाडनूँ, 14 दिसम्बर 2020।जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में सोमवार को एंटी रैगिंग सेल व एंटी स्क्वाड सेल के तत्वावधान में रैगिंग अपराध निषेध सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम कुलपति एवं सेल के अध्यक्ष प्रो .बीआर दूगड़ के नेतृत्व में आयोजित किया गया। एंटी रैगिंग सेल कार्यक्रम के संयोजक प्रो. बीएल जैन ने प्रारम्भ में विषय की जानकारी देते हुए कहा उच्च शिक्षा संस्थान में रैगिंग अपराध निषेध विनियम रैगिंग में नवीन प्रवेशार्थी या अन्य विद्यार्थियों से रंग, प्रजाति, धर्म, जाति, जातिमूल, लिंग, भाषा, जन्म, निवास स्थान या आर्थिक पृष्ठभूमि के आधार पर शारीरिक या मानसिक प्रताड़ना का कृत्य रैगिंग अपराध हैं। रैगिंग में आपराधिक षड्यंत्र, शालीनता और नैतिकता भंग, चोट पहुंचाना, प्रहार करना, धमकी देना, अपमानित करना, बलात ग्रहण करना, दुर्व्यवहार करना, अनुशासनहीनता का वातावरण बनाना, भय का वातावरण उत्पन्न करना, आर्थिक शोषण करना, नंगा करना, अश्लील हरकत करना, गाली देना आदि रैगिंग के अंतर्गत आता है। ऐसे दुष्कृत्य में किसी के दोषी पाये जाने पर संस्थान की कमेटी प्रशासनिक कारवाई करते हुए संस्थान से निष्कासित कर सकती है और कानूनी कारवाई कर सकती है। एंटी रैगिंग स्क्वाड सेल के संयोजक व कुलसचिव रमेश मेहता ने कहा कि स्क्वाड सेल संस्थान, कैंटीन, छात्रावास आदि में औचक निरीक्षण का कार्य करती है, अभी संस्थान में कोविड -19 महामारी के कारण विधार्थी नहीं आ रहे है फिर भी कोई इस संदर्भ शिकायत हो तो अवगत करा सकते है। अहिंसा एवं शांति विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अनिल धर ने कहा हमे मित्रता, प्रेम, सहयोग की भावना से रहना चाहिए, जिसे इस प्रकार की कठिनाई नहीं हो। कमेटी के सदस्यों का परिचय एवं आभार ज्ञापन प्रो.बी.एल.जैन ने किया। कार्यक्रम में कमेटी के डॉ. आभासिंह, डॉ. बिजेंद्र प्रधान, वीके शर्मा, डॉ. प्रगति भटनागर तथा संस्थान के सभी विभागों के विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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