इस विश्वविद्यालय का आदर्श वाक्य है- ज्ञान का सार आचार है। ज्ञान का शिखर सर्वज्ञता है, आचार का शिखर वीतरागता है। इतने उच्च लक्ष्य को लेकर यह विश्वविद्यालय चल रहा है। इसके विद्यार्थी और अध्यापक काशी, दिल्ली, उदयपुर, शान्तिनिकेतन और पटियाला आदि में उच्चतम स्थानों पर प्रतिष्ठित हैं। 25 वर्ष की अवधि में पूरे उत्तर भारत को अपनी भुजाओं में इसने समेट लिया है। समुद्र पार भी इस का महिमामण्डल अपना आलोक फैला रहा है। विश्वविद्यालय में कार्यरत अध्यापक प्रथम कोटि के अध्यापक हैं। .
Mahamahopadhyay Prof. Dayanand Bhargav An Erudite Scholar of Philosophy