भारत विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर व्याख्यान आयोजित

लाडनूँ, 14 अगस्त 2024। जैन विश्वभारती संस्थान के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशानुसार एवं प्राचार्य प्रो. आनंदप्रकाश त्रिपाठी के मार्गदर्शन में 14 अगस्त को भारत विभाजन की विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता इतिहास व्याख्याता प्रेयस सोनी ने बताया कि विश्व की भीषणतम त्रासदियों में से एक भारत-पाक विभाजन एक मानव जनित त्रासदी थी, जिसमें लाखों लोगों को अपना देश और अपने संपत्ति को छोड़कर एक अनिश्चिता के सफर पर जाना पड़ा। तब सांप्रदायिकता की अग्नि में झुलस कर मानवता तार-तार हुई। हजारों से अधिक लोगों को केवल सम्प्रदाय के भेद से मौत के घाट उतार दिया गया था। अंग्रेजों की फूट डालो राज करो की नीति के कारण हजारों वर्षों पुरानी संस्कृति को एक ऐसे मोड़ पर ला खड़ा किया, जिसका परिणाम कई पीढ़ियां आज तक भोग रही हैं। कार्यक्रम का संचालन अभिषेक चारण ने किया। अंत में डॉ. प्रगति भटनागर ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में प्रो. रेखा तिवाड़ी, डॉ. प्रगति भटनागर, अभिषेक चारण, मधुकर दाधीच, राधिका लोहिया, घासीलाल शर्मा एवं देशना चारण एवं छात्राएं मौजूद रहीं।

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