हर दिन आयुर्वेद, हर घर आयुर्वेद’ थीम पर आयुर्वेद जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

आयुर्वेद सभी चिकित्सा पद्धतियों में श्रेष्ठ पद्धति- प्रो. त्रिपाठी

लाडनूँ, 14 अक्टूबर 2022। आयुष मंत्रालय भारत सरकार तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली द्वारा प्राप्त निर्देशानुसार जैन विश्वभारती संस्थान में कुलपति प्रो. बच्छराज दुगड़ के मार्गदर्शन तथा निर्देशन में ‘हर दिन आयुर्वेद, हर घर आयुर्वेद’ थीम पर जागरूकता कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. बी.एल. जैन ने बताया कि व्यक्ति को शारीरिक तंदुरुस्ती के साथ-साथ मानसिक रूप से भी तंदुरुस्त रहना आवश्यक है। इस दिशा में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति एक महत्वपूर्ण आयाम सिद्ध हो सकती है। उन्होंने बताया कि व्यक्ति के जीवन में सरलता से जटिलता की स्थिति उत्पन्न होती है, तो वह रोगों का शिकार होता है, इससे हमें बचना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. आनंदप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति भारत में सबसे प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। इस पद्धति में न केवल घरेलू उत्पादों को भी प्रयुक्त किया जा सकता है, बल्कि यह एक प्रभावशाली एवं कारगर पद्धति भी है। हमें दीर्घायु एवं निरोग बने रहने के लिए आयुर्वेद अपनाना चाहिए। उन्होंने आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का समाज में अधिकाधिक फैलाव और जागरूकता पैदा करने को सबका दायित्व बताया। इस अवसर पर छात्रा हर्षिता पारीक ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम के प्रभारी डॉ. बलबीर सिंह ने संयोजन किया तथा अंत में आभार ज्ञापन प्रभारी डॉ. मनीष भटनागर ने किया। कार्यक्रम में संस्थान के विद्यार्थी भी उपस्थित रहे।

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