हिन्दी दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
पूरे देश को हिन्दी में संवाद करना चाहिए- प्रो. जैन
लाडनूँ, 13 सितम्बर 2022। जैन विश्वभारती संस्थान के शिक्षा विभाग में हिन्दी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष प्रो. बीएल जैन ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि देश में 50 करोड़ से अधिक हिन्दीभाषी हैं। हमें हिन्दी शब्दकोश को निरन्तर बढाने और इसे समृद्ध बनाने की जरूरत है, ताकि इसे विश्वभाषा बनाया जा सके। हिन्दी इस राष्ट्र की आत्मा है। पूरे देश को इसी भाषा में अपना समस्त संवाद करना चाहिए। हिन्दी को अपने जीवन में अपनाने की शपथ लेने की जरूरत है। हिन्दी का राष्ट्रीय स्वरूप उजागर होने पर ही यह देश की एकता और अस्मिता बन पाएगी। प्रभारी डॉ. सरोज राय ने कहा कि हिन्दी देश की राजभाषा के रूप में संविधान में स्वीकार की गई है, इसे संयुक्त राष्ट्र की अधिकारिक भाषा बनाए जाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है। दुनिया के 195 संस्थानों में हिन्दी का अध्ययन-अध्यापन भारत की संस्कृति को जानने के लिए करवाया जा रहा है। कार्यक्रम में प्रियंका प्रजापत, गायत्री चौधरी, जैतमाल, पूजा बेड़ा, नीतेश जांगिड़, पूजा चौधरी, हर्षिता पारीक आदि ने भी अपने विचार हिन्दी दिवस पर रखे। कार्यक्रम में डॉ. मनीष भटनागर, डॉ. बी. प्रधान, डॉ. अमिता जैन, डॉ. आभा सिंह, प्रमोद ओला, खुशाल जांगिड़ आदि उपस्थित रहे।
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